DETAILS, FICTION AND SHIV CHALISA IN HINDI

Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

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धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

करत सदा शत्रुन क्षयकारी ॥ नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे ।

किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥

नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

मंत्र महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥

तज्ञमज्ञान – पाथोधि – Shiv chaisa घटसंभवं, सर्वगं, सर्वसौभाग्यमूलं ।

अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।

पाठ करने से पहले गाय के घी का दिया जलाएं और एक कलश में शुद्ध जल भरकर रखें।

कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन shiv chalisa lyricsl क्षयकारी॥

When the gods call out to him in distress, Lord Shiva shiv chalisa in hindi instantly gets rid of their sorrows. During the good turmoil brought on by Tarakasura, All the gods turned for you for support.

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